Goodbye Atal ji

A Brilliant orator, an Excellent public servant, an Impressive poet, an Exceptional parliamentarian and an Outstanding Prime Minister;
Sh. Atal Bihari Vajpayee breathed his last at 5.05pm on 16 August, 2018.
A tearful tribute to the people’s Prime Minister.

 

सच कहूँ तो कभी सोचा नहीं था,
किसी नेता के लिए मेरी आंखे छलक जाएंगी.

राजनीति “गन्दी” और नेता “बेईमान” हैं, अक्सर ऐसा सुनता था,
लेकिन यह बातें अटल जी के समक्ष अदृश्य हो जाती थीं.

चौथी कक्षा में जब कविता-उच्चारण में प्रथम स्थान मिला,
तो मुख्य-अतिथि ने पुछा कि क्या बनना चाहते हो,
तो अनायास ही मुँह से निकला, “अटल जी जैसा”.

1998 में मात्र एक वोट से सरकार गिरने का आपका भाषण अभी भी कानों में कौंधता है, जो आधुनिक भारत के लिए गीता का सार है:
“सत्ता का खेल तो चलता रहेगा
पार्टियां आएंगी जाएंगी
सरकारे बनेंगी बिगड़ेंगी
मगर ये देश रहना चाहिए”

अटल जी जैसा ओजस्वी वक्ता, सादगी और विनम्रता से परिपूर्ण देशभक्त,
राजनीति के क्षितिज पर सूर्य बन हम युवाओं को प्रेरित करेगा.

पोखरण में परमाणु परीक्षण और कारगिल युद्ध का अदम्य साहस,
देश-निर्माण में आपके “अटल” परिश्रम के “अनुभव” को भारत की पीढ़ियां याद करेंगी.

शक्तिशाली एवं समृद्ध भारत की नींव रखने वाले; भारत-रत्न, काव्य-श्रेष्ठ राष्ट्रनायक को एक कृतज्ञ राष्ट्रवासी का कोटि-कोटि नमन.

 

Image Courtesy: DNA India